क्या आप प्रतियोगी परीक्षाओं, स्कूल या सामान्य ज्ञान में माहिर बनना चाहते हैं? हमारा “एक शब्द के लिए वाक्यांश क्विज़ 2025” आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट है। इस क्विज़ में हमने 60 अत्यंत महत्वपूर्ण और मौलिक प्रश्न शामिल किए हैं, जिनमें हर प्रश्न के साथ चार विकल्प (A, B, C, D), सही उत्तर और विस्तृत व्याख्या दी गई है। यह क्विज़ न केवल आपके शब्द भंडार को मजबूत करेगा, बल्कि आपकी भाषा समझ, तर्क शक्ति और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को भी बढ़ाएगा। हर प्रश्न को आसान और समझने योग्य तरीके से तैयार किया गया है, जिससे आप अच्छी तरह से याद रख सकें और परीक्षा में बेहतर अंक हासिल कर सकें। इसे हल करके आप अपनी ज्ञान क्षमता और मानसिक तैयारी को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं।
प्रश्न 1. जो सब जगह उपस्थित हो —
व्याख्या: जो हर जगह मौजूद हो, उसे ‘सर्वव्यापक’ कहा जाता है।
प्रश्न 2. जो सब कुछ जानता हो —
व्याख्या: ‘सर्वज्ञ’ का अर्थ है — सब कुछ जानने वाला व्यक्ति।
प्रश्न 3. जो किसी का पक्ष न ले —
व्याख्या: ‘निष्पक्ष’ व्यक्ति किसी का पक्ष नहीं लेता, वह तटस्थ रहता है।
प्रश्न 4. जिसे जीतना असंभव हो —
व्याख्या: ‘अजेय’ का अर्थ है जिसे हराया न जा सके।
प्रश्न 5. जो कभी न मरता हो —
व्याख्या: ‘अमर’ वह है जो मृत्यु से परे हो, यानी कभी न मरे।
प्रश्न 6. जो लिखा नहीं जा सकता —
व्याख्या: ‘अलिखनीय’ का अर्थ है — जिसे लिखा नहीं जा सके।
प्रश्न 7. जो जल्दी क्रोधित हो जाता है —
व्याख्या: जो छोटी बातों पर जल्दी गुस्सा करे, उसे ‘तुनक मिज़ाज’ कहा जाता है।
प्रश्न 8. जो दूसरों का भला चाहता है —
व्याख्या: ‘परोपकारी’ व्यक्ति दूसरों की भलाई के लिए कार्य करता है।
प्रश्न 9. जो मृत्यु के बाद भी प्रसिद्ध रहे —
व्याख्या: ‘कालजयी’ वह होता है जिसकी ख्याति समय के साथ न घटे।
प्रश्न 10. जो अपने देश से प्रेम करे —
व्याख्या: ‘देशभक्त’ वह व्यक्ति है जो अपने देश से प्रेम करता है।
प्रश्न 11. जो सत्य बोलता है —
व्याख्या: ‘सत्यवादी’ का अर्थ है जो हर परिस्थिति में सत्य बोले।
प्रश्न 12. जो बिना मेहनत के जीवन बिताना चाहता हो —
व्याख्या: ‘परजीवी’ वह होता है जो दूसरों पर निर्भर रहकर जीवन बिताता है।
प्रश्न 13. जो सभी धर्मों में विश्वास रखे —
व्याख्या: ‘सर्वधर्मसमभावी’ वह होता है जो सभी धर्मों को समान मानता है।
प्रश्न 14. जो दूसरों के दुःख में दुखी हो —
व्याख्या: जो दूसरों की पीड़ा को अनुभव करे, वह सहानुभूतिशील कहलाता है।
प्रश्न 15. जो दूसरों की नकल करता है —
व्याख्या: ‘नकलची’ वह होता है जो दूसरों की तरह करने की कोशिश करता है।
प्रश्न 16. जो दूसरों का भला करने में आनंद पाता है —
व्याख्या: ‘सेवाभावी’ व्यक्ति दूसरों की सेवा में आनंद अनुभव करता है।
प्रश्न 17. जो बहुत बोलता है —
व्याख्या: जो व्यक्ति अत्यधिक बोलता है, उसे ‘वाचाल’ कहते हैं।
प्रश्न 18. जो कभी संतुष्ट नहीं होता —
व्याख्या: ‘अतृप्त’ व्यक्ति की इच्छाओं की कोई सीमा नहीं होती।
प्रश्न 19. जो बहुत ज्ञान रखता है —
व्याख्या: ‘विद्वान’ व्यक्ति व्यापक ज्ञान वाला होता है।
प्रश्न 20. जो दूसरों पर निर्भर न हो —
व्याख्या: ‘आत्मनिर्भर’ व्यक्ति स्वयं अपने बल पर जीवन जीता है।
प्रश्न 21. जो अपने कर्तव्य से भागे —
व्याख्या: जो अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करता, उसे ‘कर्तव्यहीन’ कहा जाता है।
प्रश्न 22. जो सबको समान दृष्टि से देखे —
व्याख्या: ‘समदर्शी’ व्यक्ति सभी में समानता का भाव रखता है।
प्रश्न 23. जो हमेशा दूसरों की बुराई करता है —
व्याख्या: ‘निंदक’ वह होता है जो दूसरों की बुराई करता रहता है।
प्रश्न 24. जो दूसरों के धन का लोभी हो —
व्याख्या: ‘लोभांध’ व्यक्ति लोभ के कारण अंधा हो जाता है।
प्रश्न 25. जो आसानी से धोखा खा जाए —
व्याख्या: भोला व्यक्ति जल्द विश्वास कर लेता है और धोखा खा जाता है।
प्रश्न 26. जो नियमों का पालन करता हो —
व्याख्या: ‘अनुशासित’ व्यक्ति नियमों और मर्यादाओं का पालन करता है।
प्रश्न 27. जो हमेशा यात्रा करता रहता है —
व्याख्या: ‘भ्रमणशील’ व्यक्ति का जीवन लगातार यात्रा में व्यतीत होता है।
प्रश्न 28. जो किसी का अहित नहीं चाहता —
व्याख्या: ‘सद्भावी’ व्यक्ति सभी के लिए शुभ सोच रखता है।
प्रश्न 29. जो अपने माता-पिता की आज्ञा न माने —
व्याख्या: ‘अवज्ञाकारी’ व्यक्ति अपने बड़ों की बात नहीं मानता।
प्रश्न 30. जो गरीबों की सहायता करता हो —
व्याख्या: ‘दानवीर’ व्यक्ति अपनी संपत्ति से गरीबों की मदद करता है।
प्रश्न 31. जो दूसरों की वस्तु चुराए —
व्याख्या: जो बिना अनुमति किसी की वस्तु ले जाए, वह ‘चोर’ कहलाता है।
प्रश्न 32. जो अपने हित में ही लगा रहता हो —
व्याख्या: ‘स्वार्थी’ व्यक्ति सिर्फ अपने लाभ की चिंता करता है।
प्रश्न 33. जो दूसरों की गलतियों को माफ कर दे —
व्याख्या: ‘क्षमाशील’ व्यक्ति दूसरों की भूलों को क्षमा कर देता है।
प्रश्न 34. जो पढ़ा-लिखा न हो —
व्याख्या: ‘निरक्षर’ व्यक्ति पढ़ने-लिखने में असमर्थ होता है।
प्रश्न 35. जो झूठ न बोले —
व्याख्या: ‘सत्यवादी’ व्यक्ति सदा सच बोलता है।
प्रश्न 36. जो सबको क्षमा कर दे —
व्याख्या: जो व्यक्ति दूसरों की भूलों को माफ करता है, वह क्षमाशील कहलाता है।
प्रश्न 37. जो अपना काम स्वयं करे —
व्याख्या: ‘स्वावलंबी’ व्यक्ति किसी पर निर्भर नहीं रहता।
प्रश्न 38. जो किसी से भय न खाए —
व्याख्या: जो व्यक्ति डरता नहीं, वह ‘निर्भय’ कहलाता है।
प्रश्न 39. जो हमेशा मुस्कुराता रहे —
व्याख्या: ‘हंसमुख’ व्यक्ति हर परिस्थिति में मुस्कुराता रहता है।
प्रश्न 40. जो दूसरों की निंदा करे —
व्याख्या: जो व्यक्ति दूसरों की बुराई करता है, वह निंदक कहलाता है।
प्रश्न 41. जो स्वयं अपनी जीविका चलाए —
व्याख्या: स्वावलंबी व्यक्ति अपने बलबूते पर जीवन यापन करता है।
प्रश्न 42. जो न्याय का पालन करे —
व्याख्या: जो व्यक्ति न्याय को सर्वोच्च मानता है, वह न्यायप्रिय कहलाता है।
प्रश्न 43. जो अपने देश से विश्वासघात करे —
व्याख्या: जो व्यक्ति अपने देश के विरुद्ध कार्य करता है, वह देशद्रोही कहलाता है।
प्रश्न 44. जो किसी का बुरा न सोचे —
व्याख्या: ‘शुभचिंतक’ व्यक्ति हमेशा दूसरों की भलाई चाहता है।
प्रश्न 45. जो दूसरों को शिक्षा दे —
व्याख्या: जो व्यक्ति ज्ञान प्रदान करता है, वह शिक्षक कहलाता है।
प्रश्न 46. जो अपने देश से बाहर रहता है —
व्याख्या: जो अपने देश से बाहर निवास करे, वह प्रवासी कहलाता है।
प्रश्न 47. जो दूसरों की भावनाओं को समझे —
व्याख्या: ‘सहानुभूतिशील’ व्यक्ति दूसरों की भावनाओं को अनुभव करता है।
प्रश्न 48. जो कभी झूठ न बोले —
व्याख्या: ‘सत्यवादी’ व्यक्ति हमेशा सच बोलता है।
प्रश्न 49. जो सबका प्रिय हो —
व्याख्या: ‘जनप्रिय’ व्यक्ति सबके दिलों में स्थान रखता है।
प्रश्न 50. जो कभी हार न माने —
व्याख्या: ‘दृढ़निश्चयी’ व्यक्ति किसी भी कठिनाई में पीछे नहीं हटता।
प्रश्न 51. जो बहुत कम बोलता है —
व्याख्या: जो आवश्यकता से अधिक न बोले, वह ‘मितभाषी’ कहलाता है।
प्रश्न 52. जो दूसरों को प्रेरित करे —
व्याख्या: ‘प्रेरक’ व्यक्ति दूसरों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
प्रश्न 53. जो जन्म से अंधा हो —
व्याख्या: जो व्यक्ति जन्म से ही अंधा हो, उसे ‘जन्मांध’ कहते हैं।
प्रश्न 54. जो स्वयं की प्रशंसा करे —
व्याख्या: जो व्यक्ति खुद की तारीफ़ करता है, वह ‘आत्मप्रशंसक’ कहलाता है।
प्रश्न 55. जो धन के पीछे भागे —
व्याख्या: जो व्यक्ति केवल धन कमाने में रुचि रखे, वह ‘धनलोभी’ कहलाता है।
प्रश्न 56. जो सबका हित चाहता है —
व्याख्या: ‘लोकहितैषी’ व्यक्ति समाज के हित के लिए कार्य करता है।
प्रश्न 57. जो मृत्यु से न डरे —
व्याख्या: ‘निडर’ व्यक्ति हर परिस्थिति में निर्भय रहता है।
प्रश्न 58. जो दूसरों की मदद करना अपना धर्म समझे —
व्याख्या: ‘मानवतावादी’ व्यक्ति मानवता की सेवा को सर्वोपरि मानता है।
प्रश्न 59. जो बहुत चालाक हो —
व्याख्या: ‘धूर्त’ व्यक्ति अपनी चालाकी से दूसरों को धोखा देता है।
प्रश्न 60. जो दूसरों की अच्छाई में खुश हो —
व्याख्या: ‘सहृदय’ व्यक्ति दूसरों की खुशी में सच्चा आनंद अनुभव करता है।
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